work from home वाली Zoom App के किस्से।

नमस्कार मित्रों! कोरोना का ज़माना है, जीवन में शांति और मन में उथल-पुथल सी मची हुई है। इसे प्रैक्टिकली कहें, तो अन्दर रह नहीं पाते, बाहर जा नहीं सकते वाला मामला है। घर पर ही बैठना/ लेटना/ खड़ा होना इत्यादि है। ऐसे में काम किया भी जाए तो कैसे?

ऐसे ही दिनों के लिए एक सख्श कहा था कि –

समय बिताने के लिए करना है कुछ काम,

बाहर कतई जा नहीं सकते, क्या होगा अंजाम?

खैर, अंजाम तक पहुंचा जा सकता है अगर आपका काम  भी “work from home” के दायरे में आता हो।

क्या है work from home और इसका दायरा ?

क्या है Work From Home और उसके दायरे _
क्या है Work From Home और उसके दायरे _

बचपन में हमारे मास्टरजी जो काम हमें घर से करने के लिए देते थे, शास्त्रों में उसे ही ‘Work from home’ कहा गया है। अब बस बात इतनी है कि जो कार्य आप अपने ऑफिस में बैठ कर करते या नहीं भी करते थे, वो सब आपको अपने ‘घर से करना है’।

इसके दायरे की बात की जाए तो निश्चित ही सभी लोग अपना कार्य घर से नहीं कर सकते। इसके बहुत से कारण हैं, एक तो home होना चाहिए, बाकी इंटरनेट, softwares, apps, टेक्नोलॉजी का ताम झाम…खैर ज्यादा डीप नहीं जाएंगे।

कौन कौन कर सकता है?

1 – जो अपने ऑफिस में कंप्यूटर/लैपटॉप/फोन इत्यादि के ज़रिए ही काम करते थे।

2 – Digital जगत के महानुभाव, जैसे पत्रकार आदि।

3- शिक्षा संबंधित क्षेत्र से जुड़े लोग।

4 – “हमारी सड़कें ही है हमारा ऑफिस” का नारा देने वाले Youtubers और Tik-Tok स्टार्स।

Work from home via Zoom App:

जैसे कि मैंने पहले भी कहा था कि कोरोना का ज़माना है, तो इस ज़माने में इंटरनेट ही समस्या और इंटरनेट ही समाधान है। समस्याएं बहुत हैं, टाइप करने में टाइम ज्यादा लग जाएगा, सीधा समाधान की ओर कूच करते हैं।

Internet पर अलग अलग प्लैटफॉर्म्स में बहुत से tools हैं जिनकी help से आप अपने office वाले काम को घर पर ही चाय/कॉफी के साथ निपटा सकते हैं।

लेकिन दिक्कत इस बात है कि, कुछ लोग home से ही ऐसे अनोखे वर्क कर रहे हैं कि आपकी privacy में खलल पड़ सकती है। *pun intented* तो चलिए आपको बताते हैं “हेडिंग” वाले Zoom App के बारे में।

क्या है Zoom Clouds Meetings?

Zoom हैं कंपनी का नाम जिसने इसे बड़े सहेज कर बनाया है, Clouds यानी बादल और meeting मतलब मीटिंग। सीधा सा अर्थ है बादलों में मीटिंग।

खैर, जब से लोगों का घर से काम करना शरू हुआ है, तब से Zoom Meetings app/software काफी चर्चा में है। ये एक वीडियो कॉलिंग सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से आप अपने client या boss या जिस किसी से भी काम है, उससे online मिल सकते हैं।

इसमें अलग क्या है?

अगर आप ये सोच रहे हैं कि वीडियो कॉल या कॉन्फ्रेंस ही तो हो रही है, फिर ऐसा कौनसा तीर मार दिया इन्होंने कि चर्चा वाला टर्म यूज हो रहा है। बताते हैं, ये भी बताते हैं।

बात ऐसी है कि social-distancing के दौर में भी अगर कोई 100 लोगों को एक साथ लाने की बात कर रहा है तो वो है Zoom app. यानी कि आप एक समय में 100 लोगों से एक साथ जुड़ सकते हैं। फिजिकली नहीं भाई, बादल याद करिए।

इसकी फ्री सर्विस के जरिए आप एक बारी में सिर्फ 40 मिनट्स तक ही बतिया सकते हैं। लंबी बातचीत के लिए “गुरुजी” ने कहा है कि “बलिदान देना होगा”, तो बिकुल देना होगा बहुत से पैसों का और कुछ रुपयों का।

क्या है Zoom का चीन से रिश्ता?

आज कल सब लोग चाइना कनेक्शन ढूंढ़ रहे हैं, तो एक हम भी खोज लाए। इस कंपनी का चीन से लेना देना नहीं है, लेकिन इस कंपनी के फाउंडर का चीन से रिश्ता जरूर है। बरसों पुराना, गहरा वाला।

दरअसल, इस कंपनी को  Eric Yuan ने खड़ा किया है, और इनका जन्म चीन में ही हुआ है। बाद में वो अमेरिका चले गए और वहीं कंपनी का हेडक्वार्टर है। और इसी के साथ कॉन्सपिरेसी थियोरीज के शौकीन निराश होते हुए।

विवादों में Zoom App:

जहां अच्छाई है, वहां बुराई भी है। जिसके चर्चे हैं, उसके खर्चे भी हैं। ऐसा डीप ज्ञान देने वाली 2-3 पंक्तियां और हैं पर “आदि” लगाते हुए रेफरेंस लेकर इस ऐप के विवादों की कुछ सुर्खियां बताते हैं।

1- MuskBan: इस ऐप पर प्रतिबंध लगाने का श्री गणेश किया था Elon Musk की SpaceX कंपनी ने। कंपनी ने कर्मचारियों से साफ कहा कि – भाइयों/बहनों, अपने आवश्यक कामों के लिए ईमेल कर लो, टेक्स्ट मेसेज कर लो, और नहीं तो फोन ही कर लो…पर Zoom यूज नहीं करना।

SpaceX के बड़े वाले लोगों ने साफ कहा कि इस ऐप में तांका झांकी की सुविधाएं उपलब्ध है जो कि किसी भी यूजर के लिए हानिकारक है, तो हो गई ऐप बैन।

2- “सुंदर”कांड: Zoom दूसरी बार तब विवादों में आया जब “अपने” सुंदर भैया ने इस पर ban लगा दिया था। Ban का कारण था तगड़ी सिक्योरिटी का ना होना। गूगल ने भी अपने कर्मचारियों से भी इसे यूज करने से बिल्कुल मना कर दिया।

कमाल की बात ये है कि गूगल के कर्मचारी भी इस ऐप को तब इस्तेमाल कर रहे थे जब उनकी खुद की कंपनी की एक कॉन्फ्रेंसिंग वाली Meet app पहले से मौजूद है।

3- Zoom Bombing: सीधा उदाहरण से समझते हैं। मान लीजिए आप और मैं कर रहे हैं बात, बात ‘zoom app’ पर। बातचीत बढ़िया चल रही है… मान लो। इत्ते में कोई बिन बुलाया कमबख्त वहां हम से जुड़ जाए। इसे ही कहते हैं ‘zoom bombing’. इससे बचा भी जा सकता है – अपनी मीटिंग को ‘private’ रखें और ‘meeting link’ को पब्लिक में शेयर ना करें।

4- Tweet-Tweet: भारत में भी खूब बवाल कटा। बवाल कटने का सोर्स और प्लेटफॉर्म दोनों ही सोशल मीडिया था। दरअसल, Social-Distancing और मीटिंग दोनों एक साथ करनी थी, तो अपने रक्षा मंत्री ने भी इसका बखूबी पालन किया। फिर मीटिंग करने के बाद कुछ तस्वीरें ट्विटर पर साझा की, बस, यहीं खेल शुरू हो गया।

जो फोटोज शेयर की गई थी उसमें दिख गया ‘zoom app’ का लोगो, फिर क्या था…जो होना था, वही हुआ। लेकिन जल्द ही सरकार द्वारा इस ऐप का विकल्प ढूंढ़ लिया गया।

फिर देश मिलते गए और कारवां बनता गया। अमेरिका, जर्मनी, सिंगापुर समेत कई देशों के संस्थानों ने इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया, जब तक कि मामला ठीक नहीं हो जाता।

Zoom app का फिर से work from home का भरोसा:

इतनी जल्दी इतने ऊपर जाना और फिर अनेक बैन के साथ थोड़ा नीचे आने के बाद, कंपनी के सीईओ, एरिक, भी सामने आए। थोड़ा पुरानी यादें ताज़ा की, यूजर्स के बढ़ने की खुशी भी जताई और सिक्योरिटी संबंधित बातों पर भी बात की।

सीईओ साब ने खामियों को एक्सेप्ट करते हुए कहा कि जल्द ही खामियों को दूर किया जाएगा। कंपनी ने कहा कि वो अभी सिर्फ अपने उपभोक्ताओं की प्राइवेसी को प्राथमिकता देकर काम कर रहे हैं।

साथ ही ये भी कहा गया कि कुछ समय के लिए अब नए फीचर्स की उम्मीद में ना बैठें, बिल्कुल नहीं मिलेंगे। जो भी अपडेट होगा वो यूजर की सिक्योरिटी और प्राइवेसी से ही सम्बन्धित होगा।

अब देखिए कि work from home के दौर में zoom app के अपने फायदे भी हैं और बाकी सिक्योरिटी वाले मसले तो हम आपको गिना ही चुके हैं। बवाल भी हुआ तो जवाब भी आया।  बाकी अपनी प्राइवेसी अपने हाथ।

इस पोस्ट को पढ़ने के बाद अगर थोड़ा ठीक ठाक वाली फीलिंग आयी हो तो इसे शेयर जरूर करें। कुछ कमी रह गई हो या आपका कोई सुझाव हो तो कमेंट करके जरूर से बताएं, मन्न में रख कर क्या करोगे?

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